35+ Guru Ghasidas Quotes in Hindi | गुरु घासीदास बाबा के सर्वश्रेष्ठ सुविचार, अनमोल वचन
गुरु घासीदास बाबा के अच्छे, ज्ञानवर्धक और सकारात्मक सर्वश्रेष्ठ सुविचार, अनमोल वचन पढ़े.
जन्म- 18 दिसम्बर 1756
जन्म स्थल- ग्राम गिरौदपुरी जिला - बलौदाबाजार - भाटापारा
पिता- मंहगूदास
माता -अमरौतिन
पत्नी -सफुरा
गुरु घासीदास छत्तीसगढ़ के सतनामी पंथ के संस्थापक है।
संत गुरू घासीदास जी की सात शिक्षाएँ हैं-
गुरू एवं अतिथियों का सम्मान करो।
सत्य ही ईश्वर है, ईश्वर ही सत्य है।
ब्रम्ह निर्गुण निराकार है।
सादा जीवन व्यतीत करो।
जैतखाम प्रत्येक शिष्यों के लिए पूज्यनीय एवं आदर्श है।
सत्य को आचरण पर उतारें।
जीव हत्या पाप है।
सभी जीव समान है।
मांस भक्षण पाप है।
पशु बलि अंधविश्वास है।
मूर्ति पूजा जड़ता लाती है। मूर्ति पूजा निषेध है।
शराब, धूमपान करना मानव के लिए अहितकर है।
विधवा विवाह नारियों के लिए समाज में लागू करो, नारी समाज में सहभागी बनाकर जी सके।
समाज में महंत, भंडारी, छडीदार का पद रखें जो समाज का उच्च व्यक्ति होगा, गुरु के बताए मार्ग पर चलेगा।
सतनाम धर्म का पालन गृहस्थ में रहकर भी किया जा सकता है।
मानव, काम क्रोध, लोभ, मोह का परित्याग करे।
नारी एवं पुरुष समान है, पर नारी को माता जानो।
चोरी करना पाप है।
समाज को शिक्षित, संगठित करो।
जात पात, छुआछूत मानव द्वारा बनाया गया है।
सत्पुरूष सतनाम साहेब के सभी संतान है।
सभी मानव को भाई चारे का संदेश दें।
सत्य अहिंसा मानवता का संदेश है।
कंठी धारण करो।
नाम की कमाई करके आत्मा को परमात्मा से मिलाय करके सतनाम साहेब के पास जाने का प्रयास करे।
निश्चित ही आपको संत गुरु घासीदास के बारे में अच्छी जानकारी प्राप्त हुआ और आपको यह "25+ Guru Ghasidas Quotes in Hindi | गुरु घासीदास बाबा के सर्वश्रेष्ठ सुविचार, अनमोल वचन" लेख अच्छा लगा होगा. इस लेख को Social Media में शेयर करे.
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Guru Ghasidas Quotes in Hindi | गुरु घासीदास बाबा के सर्वश्रेष्ठ सुविचार, अनमोल वचन
संत गुरु घासीदास बाबा जी का जीवन परिचय
पूरा नाम- गुरु घासीदासजन्म- 18 दिसम्बर 1756
जन्म स्थल- ग्राम गिरौदपुरी जिला - बलौदाबाजार - भाटापारा
पिता- मंहगूदास
माता -अमरौतिन
पत्नी -सफुरा
गुरु घासीदास छत्तीसगढ़ के सतनामी पंथ के संस्थापक है।
संत गुरू घासीदास जी की सात शिक्षाएँ हैं-
- सतनाम् पर विश्वास रखना।
- जाति-पाति के प्रपंच में नहीं पड़ना।
- जीव हत्या नहीं करना।
- मांसाहार नहीं करना।
- चोरी, जुआ से दूर रहना।
- नशा सेवन नहीं करना।
- व्यभिचार नहीं करना।
गुरू एवं अतिथियों का सम्मान करो।
सत्य ही ईश्वर है, ईश्वर ही सत्य है।
ब्रम्ह निर्गुण निराकार है।
सादा जीवन व्यतीत करो।
जैतखाम प्रत्येक शिष्यों के लिए पूज्यनीय एवं आदर्श है।
सत्य को आचरण पर उतारें।
जीव हत्या पाप है।
सभी जीव समान है।
मांस भक्षण पाप है।
पशु बलि अंधविश्वास है।
मूर्ति पूजा जड़ता लाती है। मूर्ति पूजा निषेध है।
शराब, धूमपान करना मानव के लिए अहितकर है।
विधवा विवाह नारियों के लिए समाज में लागू करो, नारी समाज में सहभागी बनाकर जी सके।
समाज में महंत, भंडारी, छडीदार का पद रखें जो समाज का उच्च व्यक्ति होगा, गुरु के बताए मार्ग पर चलेगा।
सतनाम धर्म का पालन गृहस्थ में रहकर भी किया जा सकता है।
मानव, काम क्रोध, लोभ, मोह का परित्याग करे।
नारी एवं पुरुष समान है, पर नारी को माता जानो।
चोरी करना पाप है।
समाज को शिक्षित, संगठित करो।
जात पात, छुआछूत मानव द्वारा बनाया गया है।
सत्पुरूष सतनाम साहेब के सभी संतान है।
सभी मानव को भाई चारे का संदेश दें।
सत्य अहिंसा मानवता का संदेश है।
कंठी धारण करो।
नाम की कमाई करके आत्मा को परमात्मा से मिलाय करके सतनाम साहेब के पास जाने का प्रयास करे।
निश्चित ही आपको संत गुरु घासीदास के बारे में अच्छी जानकारी प्राप्त हुआ और आपको यह "25+ Guru Ghasidas Quotes in Hindi | गुरु घासीदास बाबा के सर्वश्रेष्ठ सुविचार, अनमोल वचन" लेख अच्छा लगा होगा. इस लेख को Social Media में शेयर करे.
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